ऑटो ड्राइवर और गूगल की करोड़पति इंजीनियर महक शर्मा की प्रेम कहानी
एक साधारण ऑटो ड्राइवर और गूगल की सफल सॉफ्टवेयर इंजीनियर के बीच पनपा अनोखा प्यार। अमीरी-गरीबी की दीवारें तोड़ती यह रोमांटिक कहानी।
ऑटो ड्राइवर
गूगल इंजीनियर
महक शर्मा
मुंबई की भागदौड़ भरी जिंदगी में कभी-कभी ऐसे प्यार पनपते हैं, जो अमीरी-गरीबी की दीवारों को भी तोड़ देते हैं।
यह कहानी है एक साधारण ऑटो ड्राइवर राजू और गूगल की करोड़पति सॉफ्टवेयर इंजीनियर महक शर्मा की। एक ऐसा प्यार जो सड़क की धूल से शुरू होकर कॉर्पोरेट की चमक तक पहुंचा।
अध्याय 1: सड़क पर पहली मुलाकात
तारीख थी 15 जून 2023। मुंबई की बारिश भारी हो रही थी। महक शर्मा, गूगल के बैंड्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स ऑफिस से निकली। वह थकी हुई थी। 12 घंटे की मीटिंग्स, कोडिंग, और प्रेजेंटेशन के बाद बस एक ही चाहत थी – घर पहुंचना।
दृश्य: बारिश की सड़क
महक ने ऑटो रोका। ड्राइवर राजू था – 28 साल का, साधारण शर्ट-पैंट में, लेकिन चेहरे पर हमेशा मुस्कान।
राजू (मुस्कुराते हुए): “मैम, बारिश है। सेफ्टी पहले। लेकिन बात कर लीजिए, टाइम कटेगा।”
महक (हंसते हुए): “ठीक है, बताइए, आपका नाम?”
वहाँ से बात शुरू हुई। राजू ने अपनी जिंदगी बताई – गाँव से मुंबई आया, ऑटो चलाता, लेकिन सपना है अपना छोटा सा बिजनेस। महक ने अपनी – गूगल में सीनियर इंजीनियर, करोड़ों का पैकेज, लेकिन अकेलापन।
अध्याय 2: रोज़ की सवारी, रोज़ की बातें
अगले दिन महक ने फिर राजू का ऑटो लिया। फिर अगले दिन। धीरे-धीरे यह आदत बन गई।
महक शर्मा
उम्र: 29 वर्ष
पेशा: गूगल सॉफ्टवेयर इंजीनियर
संपत्ति: ₹25 करोड़ (स्टॉक और सैलरी)
परिवार: माता-पिता दिल्ली में, अकेली मुंबई में
शौक: कोडिंग, ट्रैवल, किताबें
राजू यादव
उम्र: 28 वर्ष
पेशा: ऑटो ड्राइवर
परिवार: 5 भाई-बहन, माता-पिता गाँव में
सपना: अपना ट्रांसपोर्ट बिजनेस
शौक: गाने सुनना, क्रिकेट
बारिश के दिनों में बातें लंबी होतीं। राजू गाने गाता। महक हंसती। धीरे-धीरे प्यार पनपने लगा।
अध्याय 3: प्रपोजल की शाम
20 अगस्त 2023। महक का बर्थडे था। राजू ने सरप्राइज प्लान किया।
दृश्य: जuhu बीच
राजू ने महक को बीच पर ले जाकर कहा: “महक, मैं गरीब हूँ। लेकिन मेरा प्यार सच्चा है। क्या तुम मेरी जिंदगी का हिस्सा बनोगी?”
दोनों ने शादी का फैसला किया।

अध्याय 4: शादी का दिन
15 दिसंबर 2023। मुंबई के एक छोटे से मंदिर में शादी हुई। महक के माता-पिता ने मना किया, लेकिन वह नहीं मानी।
शादी के बाद महक राजू को अपने साथ रखने लगी। राजू को गूगल के गेट पर ड्रॉप करती।
अध्याय 5: अमीरी-गरीबी का संघर्ष
शादी के बाद मुश्किलें शुरू हो गईं। महक की सैलरी ₹2.5 करोड़ सालाना। राजू का ₹15,000 महीना।
महक: “माँ, प्यार अमीर-गरीब नहीं देखता।”
राजू को अपमान सहना पड़ता। लेकिन वह चुप रहता।
अध्याय 6: ब्रेकअप का फैसला
6 महीने बाद। महक की प्रमोशन हुई। राजू अभी भी ऑटो चलाता।
दृश्य: महक का ऑफिस
महक ने राजू को बुलाया।
राजू (दुखी): “महक, मैं कोशिश कर रहा हूँ।”
महक: “तलाक ले लो। मैं तुम्हें आजादी दूँगी।”
तलाक हो गया। राजू चला गया।
अध्याय 7: राजू का राज खुला
तलाक के 3 महीने बाद। महक को कंपनी में प्रमोशन मिला। लेकिन बोर्ड मीटिंग में एक सरप्राइज था।
दृश्य: बोर्ड रूम
दरवाजा खुला। राजू सूट में अंदर आया।
महक (हैरान): “राजू? तुम यहाँ?”
राजू: “यह मेरी कंपनी है। मैं 80% का मालिक हूँ। तुम सिर्फ मेरी कर्मचारी थी।”
वह गरीब लड़का कंपनी का 80% मालिक था!
राजू ने 2 साल पहले गुप्त रूप से 80% शेयर खरीद लिए थे।
महक को कुछ पता नहीं था।
अध्याय 8: महक का पतन
राजू ने महक को तुरंत निकाल दिया। उसकी सारी सुविधाएँ छीन लीं।
महक का करोड़पति का जीवन चूर-चूर।
अध्याय 9: राजू की जीत
राजू ने कहा: “मैंने शादी की ताकि तुम्हें इंसानियत सिखा सकूँ। लेकिन तुमने पैसे को ही सबकुछ समझा।”
सीख
पैसा ताकत देता है, लेकिन इज्जत नहीं खरीद सकता।
कभी किसी को उसकी हैसियत से मत आँको।
महक और राजू की मुलाकात
शादी
महक ने तलाक दिया
राजू ने सच बताया • महक बर्खास्त
अंतिम विचार:
यह कहानी है एक मर्द की चालाकी की।
यह कहानी है एक औरत के घमंड के पतन की।
और यह चेतावनी है – कभी किसी को कम मत आँको।
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